By BhajanSparsh
Sep 9, 2024
Image Credit : Pexels
अर्थात् सुन्दर मुख वाले। यह नाम गणेश जी के मुख की अनूठी सुंदरता को दर्शाता है।
Image Credit : Pixabay
ऊँ सुमुखाय नम:
नाम मंत्र
Image Credit : Pexels
अर्थात् एक दांत वाले। यह नाम एकाग्रता और जीवन में एक लक्ष्य की महत्ता को दर्शाता है।
ऊँ एकदंताय नम:
नाम मंत्र
Image Credit : pexels
अर्थात् कपिल वर्ण के। यह नाम गणेश जी के गहरे सिंदूरी रंग का प्रतीक माना जाता है।
ऊँ कपिलाय नम:
नाम मंत्र
Image Credit : Unsplash
अर्थात् हाथी के कान वाले। जो बताता है कि सच्चा व्यक्ति वही है जो सबकी बातें सुनता और उन्हें अपनाता है।
ऊँ गजकर्णाय नम:
नाम मंत्र
Image Credit : Pixabay
अर्थात् लम्बे पेट वाले। यह नाम दर्शाता है कि वे हर प्रकार का ज्ञान और बातें अपने विशाल पेट में समाहित कर लेते थे।
ऊँ लंबोदराय नम:
नाम मंत्र
Image Credit : Pexels
अर्थात् विपत्ति का नाश करने वाले। उनका विकट रूप यह दर्शाता है कि वे कठिनाइयों को समाप्त करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
ॐ विकटाय नमः
नाम मंत्र
Image Credit : Unsplash
अर्थात् विघ्नों को हरने वाले। वे सभी बाधाओं और अड़चनों को समाप्त करते हैं, इसलिए शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा करना शुभ है।
ॐ विघ्ननाशकाय नमः
नाम मंत्र
Image Credit : Pexels
अर्थात् न्याय करने वाले। वे एक कुशल नेता और भक्ति तथा मुक्ति के दाता माने जाते हैं।
ॐ विनायकाय नमः
नाम मंत्र
Image Credit : Pexels
अर्थात् धुये के रंग वाली पताका वाले। यह नाम दर्शाता है कि वे सभी विघ्नों और बाधाओं को धूम्रकेतु की तरह जला देते हैं।
ॐ धूम्रकेतवे नमः
नाम मंत्र
Image Credit : Unsplash
अर्थात् गणों के अध्यक्ष। वे सभी गणों के प्रमुख हैं, जो इस नाम को साकार बनाता है।
ॐ गणाध्यक्षाय नमः
नाम मंत्र
Image Credit : Unsplash
अर्थात् मस्तक पर चन्द्रमा धारण करने वाले। गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप से मुक्त कर अपने मस्तक पर धारण किया।
ॐ भालचंद्राय नमः
नाम मंत्र
Image Credit : Unsplash
अर्थात् हाथी के समान मुख वाले। मुद्गल पुराण के अनुसार, गणेश जी ने लोभासुर राक्षस का वध करने के लिए गजानन अवतार लिया।
ॐ गजाननाय नमः
नाम मंत्र